रात में लावारिस हो जाते हैं मरीज

 बीकानेर  शहर के राजकीय चिकित्सालय के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की हालत दिनों दिन खराब होती जा रही है। विभाग में करीब छह चिकित्सकों का स्टॉफ होने के बावजूद रात के समय मरीजों को चिकित्सीय सेवाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। प्रसूति वार्ड में हर रात्रि में दर्जनों प्रसव होते है, लेकिन अधिकांश समय ये वार्ड नर्सिंगकर्मियों के भरोसे रहता है। रात्रि को प्रसव बिगडऩे पर कॉल पर महिला चिकित्सक को बुलाया जाता है। मेडिकल कॉलेज में नियमानुसार आठ-आठ घंटे के अंतराल में चिकित्सक का होना अनिवार्य है। प्रसूति वार्ड में रात्रि में एक महिला...

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