आरोग्य राजस्थान अभियान की कम प्रगति पर जिला कलक्टर नाराज
दिए कार्यवाही के निर्देश
बीकानेर,आरोग्य राजस्थान अभियान की धीमी प्रगति को जिला कलक्टर पूनम ने गंभीरता से लिया और न्यून प्रगति वाले ब्लाॅक सीएमएचओ को नोटिस जारी किए गए और नाराजगी जताते हुए कहा कि कार्य में अपेक्षित सुधार नही होने पर सबंधित अधिकारी और कार्मिक के विरूद्व कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जायेंगी। आरोग्य राजस्थान कार्यक्रम की नोडल अधिकारी और उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी(स्वास्थ्य) को सीएमएचओ ने अपने स्तर से कार्य में शिथिलता बरतने और प्रभावी माॅनिटरिंग की कमी के कारण नोटिस जारी किया है। आरोग्य राजस्थान की प्रगति बाबत आयोजित की गई बैठक में जिला कलक्टर पूनम ने कहा कि बीकानेर जिले ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में अपेक्षा के अनुरूप कार्य नही किया है सभी जिला और खण्ड अधिकारी जिम्मेदारी से कार्य कर सर्वे फार्म को शत प्रतिशत भरा जाना सुनिश्चित करेंगे। आरोग्य राजस्थान माननीय मुख्यमंत्री महोदया का महत्वपूर्ण और आमजन के हितार्थ एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रम है और इसके संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाष्त नही की जायेगी। सभी अधिकारियो और कर्मचारियों को जल्दी से जल्दी सभी लक्षित परिवारो तक पहुचकर उनका सर्वे फार्म जल्दी भरकर डाटा तैयार करना होगा जिससे दिसंबर माह में लगने वाले स्वास्थ्य षिविरो में उन्हे चिकित्सा सुविधा से लाभान्वित किया जा सके।
क्या है आरोग्य राजस्थान
स्वस्थ प्रदेश की अवधारणा को साकार करने के लिए प्रारम्भ किए जा रहे आरोग्य राजस्थान अभियान के अन्र्तगतत जिले में 15 दिसम्बर 2015 से 31 मार्च 2016 तक ग्राम पंचायतवार कुल 290 स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जायेगा। अभियान के तहत आषाओं द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर सर्वे द्वारा पूरे परिवार की स्वास्थ्य कुण्डली तैयार की जा रही है। विभिन्न स्तरो पर सर्वे की गुणवता सुनिष्चित करने हेतु प्रभावी माॅनिटरिंग की जा रही है। सर्वे फार्म के आधार पर आॅनलाइन इन्द्राज कर सभी परिवारों का हैल्थ डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। सर्वे के दौरान चिन्हित बीमार व्यक्तियों को आषा सहयोगिनियों द्वारा क्षेत्र में आयोजित कैम्प का आमंत्रण भी दिया जा रहा है। स्वास्थ्य शिविरो में सामान्य बीमारियों के लिए तत्काल उपचार प्रारम्भ कर दिया जाएगा और गम्भीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों को आवष्यकतानुसार उच्चतर संस्थानो पर रैफर कर इलाज करवाया जाएगा। भामाषाह बीमा योजना के अन्तर्गत आने वाले लाभार्थियों को बीमा के तहत् लाभ दिया जाएगा जबकि अन्य को निःशुल्क दवा योजना व निःशुल्क जांच योजना द्वारा इलाज किया जायेगा।