एनआरएचएम कर्मियों ने लिया आज सामुहिक अवकाश का निर्णय
बीकानेर, राजकीय चिकित्सा हेतु केन्द्र सरकार की एक बडी योजना के अन्तर्गत लगाए गये चिकित्सा कर्मियों ने आज अपनी मांगों को लेकर एक दिवसीय सामुहिक अवकाश का निर्णय लिया है। एनआरएचम संघर्ष समिति के बैनर तले लिये गये इस निर्णय के अन्तर्गत बीकानेर में भी डीपीएम,डीएम,बीपीएम, डाटा समेन्वयक एनआरएचएम कर्मियों ने अपनी मांगो को लेकर एक दिवसीय सामुहिक अवकाश रखा । इस मौके पर बीकानेर जिला कार्यक्रम प्रबन्धक नीलू मेघवाल ने बताया कि आज सरकार जिस संविदां के आधार पर भर्तीयां कर रही है वह केवल शोषण है। पहले जहाँ न्यूनतम २ साल का वर्क कॉन्ट्रेक्ट होता था वहीं अब मात्र ग्यारह माह का ही कर रही है तथा इसके अलावा सरकार इन संविदाकर्मियों को किसी भी तरह का कोई भी अन्य लाभ नही दे रहे है जिनमे मेडिकल क्लेम व पीएफ मुख्य है। अपनी मांग रखते हुए कहा कि वेतन समानीकरण होना जरूरी है। पहले अकांउटेट आठ हजार रूपये माहवार मे लगाये जा रहे थे वहीं अब पांच हजार रूपये माहवार मे लगाये जा रहे है जबकि काम वहीं है। गौरतलब है कि एनआरएचम योजना के अन्तर्गत पच्चीस हजार से भी अधिक संविदांकर्मि काम कर रहे है जिन पर ग्रामीण क्षेत्र मे चिकित्सा व्यवस्था की जिम्मेदारी रहती है। उनके इस निर्णय से स्टेट से लेकर ब्लॉक स्तर पर चिकित्सा व्यवस्था चरमरा जायेगी।