रावतसर के सोनी ने लिया सार्क सम्मेलन में भाग
रावतसर, युवा साहित्यकार तथा राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2007 पुरूष वर्ग में प्रथम रहे जीतेन्द्र कुमार सोनी ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में 26 मार्च से 28 मार्च 2010 तक चले आठ देशों के ‘सार्क फेस्टिवल ऑफ लिटरेचर, इनवायरमेंट एंड कल्चर थीम’ में भाग लिया और सामाजिक विषमता पर अपने विचार रखे। इस साहित्यिक मंथन समारोह में गुलजार, अशोक वाजपेयी, कुंवर नारायण, सुरजीत पटर, अजीत कौर (सभी भारतीय) , निदा महमूद ,अख्तर हुसैन अख्तर (पाकिस्तान), झरना रहमान ,सईद शमशुल हक (बंगलादेश), जरीन अंजोर , नासुरुल्लाह परतवा (अफगानिस्तान), पच्कियानाथान अहिलन (श्री लंका) गीता त्रिपाठी, ज्योति जंगम (नेपाल), हिल्ट रशीद (मालदीव), अलोक शुब्बाहा (भूटान) आदि नामचीन साहित्यकारों ने इस सांस्कृतिक आदान-प्रदान समारोह में मौजूद थे। युवा कवि तथा प्रशासनिक अधिकारी के रूप में सोनी के विचारों को सराहते हुए उन्हें अगले वर्ष आयोजित होने वाले विश्व साहित्यकार सम्मलेन हेतु पाकिस्तान के लिए आमंत्रित भी किया गया . गौरतलब है की सोनी 25 वर्ष से कम आयु वाले आई.सी.पी.आर. के सार्क सर्शानिक सम्मलेन हेतु भी वर्ष 2005 के लिए चुने गए थे. सोनी ने सार्क देशों की एकजुटता के लिए आह्वान किया। उनके लौटने पर क्षेत्र के साहित्यकारों ने उन्हें भारतीय प्रतिनिधि के रूप में चुने जाने और क्षेत्र का नाम वैश्विक मंच तक ले जाने हेतु बधाई दी।