MGSU में शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को मंजूरी

MGSU छात्रों और स्टाफ को मिलेगी चिकित्सा सुविधा   




बीकानेर, 6 जून। बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के लिए शुक्रवार का दिन किसी खुशखबरी से कम नहीं रहा। वर्षों से कैंपस में एक स्थायी स्वास्थ्य सुविधा की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, और अब आखिरकार वह सपना साकार होने जा रहा है। विश्वविद्यालय परिसर में "शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर" की स्थापना को राजस्थान सरकार ने औपचारिक स्वीकृति दे दी है। यह सुविधा न केवल यहां पढ़ने वाले छात्रों के लिए, बल्कि स्टाफ सदस्यों के लिए भी एक बड़ी राहत लेकर आएगी।

इस महत्वपूर्ण पहल की नींव अधिष्ठाता, छात्र कल्याण कार्यालय ने रखी, जिसमें डॉ. मेघना शर्मा ने निरंतर प्रयास किए। वहीं कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षित ने इस मांग को न केवल शासन तक पहुँचाया, बल्कि उसे साकार करने के लिए सभी स्तरों पर समन्वय भी किया। प्रयास रंग लाया जब बीकानेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पुखराज साध ने विश्वविद्यालय को इस आरोग्य मंदिर की स्वीकृति का पत्र सौंपा।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव अरविन्द बिश्नोई और अतिरिक्त कुलसचिव डॉ. बिट्ठल बिस्सा ने डॉ. पुखराज का आभार जताया और इसे विश्वविद्यालय परिवार के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया। सह अधिष्ठाता डॉ. प्रभुदान चारण ने बताया कि चूंकि विश्वविद्यालय का परिसर शहरी सीमा से बाहर है, इसलिए आकस्मिक चिकित्सा की सुविधा की बेहद जरूरत थी। अब इस मंदिर के माध्यम से प्राथमिक चिकित्सा सेवा छात्रों और कर्मचारियों को तुरंत उपलब्ध हो सकेगी।

इस निर्णय को विश्वविद्यालय प्रशासन ने न सिर्फ एक योजना की मंजूरी के रूप में, बल्कि छात्र हितों और कर्मचारी कल्याण की दिशा में एक बड़ा कदम माना है। आने वाले समय में यह आरोग्य मंदिर MGSU के कैंपस जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनकर उभरेगा।


Urban Ayushman Arogya Mandir approved in MGSU!

  •  Students and staff will get medical facilities
  •  State government gave approval
  •  Initiative of Vice Chancellor and Dean Students Welfare successful
  •  Dr. Pukhraj Sadh handed over the acceptance letter