परम्परा का निर्वाह, शहजादी नौटंकी का हुआ मंचन
'कहन की करी कटारी री मेरे सीने में मारी....हो गई तन में कारी जब मुहं तुझे दिखाउंगा'
बीकानेर(का.स.) होली पर हो रहे रम्मतों के मंचन मे कल देर रात बिस्सों के चौक मे नौटंकी शहजादी नौटंकी का मंचन हुआ। नौटंकी शहजादी के कथानक मे मे देवर भाभी के तानों से व्यथित मुल्तान की शहजादी को ब्याह के लाया, पंजाबी युवक द्वारा की गई कोशिशों के ताने-बाने में गुत्थी थी। शुक्रवार रात को बिस्सों के चौक में मंचित हुई रम्मत मे रात 12 बजे आशापुरा माताजी के प्रकट होने के साथ ही करो आशापुरा आनन्द शहर बीकाणे री स्वरलहरियों के साथ पूरा मौहल्ला गूंज उठा। माताजी के दर्शन के लिए सभी महिलाएं, बच्चो सहित बड़े बूढ़े भी छूने और आर्शीवाद के लिए लालायित दिख रहे थे। माताजी की आरती के बाद खाकी और जोशी, जोशण ने मस्ती, जोश और आनन्द के साथ ही जमाने की बात भी की। रम्मत में देवर भाभी के संवाद भाभी से नहाने के लिए पानी, हुक्का और भोजन मांगने पर मिले ताने के बाद देवर भाभी को 'कहन की करी कटारी री मेरे सीने में मारी....हो गई तन में कारी जब मुहं तुझे दिखाउंगा। रम्मत मे अलसुबह तक इन्हीं संवादों ने लोगों को बिस्सों के चौक में बांधे रखने का क्रम जार रहता है जो 9 बजे जारी रहता है। इस दौरान पूरा मौहल्ला रात को रंग-बिरंगी रोशनियों से जगमगा उठा। शहजादी के रूप में मनोज व्यास और राजा की भूमिका निभा रहे कृष्ण कुमार बिस्सा की प्रस्तुति सराहनीय रही।