पी एम विश्वकर्मा योजना के तहत बीकानेर पहले कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ

पारंपरिक कौशल सीखकर आत्मनिर्भर बनें: मंजु नैण गोदारा

 

बीकानेर । ‘‘ पी एम विश्वकर्मा योजना के तहत पारंपरिक कौशल सीखकर, अपने को तराशकर हम आत्मनिर्भर बनें।’’ ये उद्बोधन मुख्य अतिथि सम्मानीया मंजु नैण गोदारा, महाप्रबंधक जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र ने भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सौजन्य से संचालित जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर में पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत जिले के प्रथम कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में असिस्टेंट बारबर सैलून सर्विस प्रशिक्षण बैच के शुभारंभ के अवसर पर व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि मंजु नैण गोदारा ने कहा कि पी एम विश्वकर्मा योजना के तहत 18 प्रकार के पारंपरिक कौशलों को बढ़ावा देने और इन कौशलों से जुड़े विश्वकर्माओं को आर्थिक सहयोग के रूप में स्टाईपेंट और बैक ऋण के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसलिए इन कौशलों से जुड़े  बीकानेर जिले के अधिकाधिक विश्वकर्मा इस योजना में अपना नामांकन कराएं और योजना का लाभ लें।



विशिष्ट अतिथि वाई एन व्यास, लीड बैंक अधिकारी एसबीआई ने कहा कि इस प्रकार के कौशल से आप स्वयं आत्मनिर्भर बनें और दूसरों का भी मार्गदर्शन करें। इसके साथ ही उन्होंने संभागियों को पी एम विश्वकर्मा योजना के तहत बैंक द्वारा दिए जाने वाले ऋण और उसकी प्रक्रिया एवं आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी दी।
जन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष एडवोकेट गिरिराज मोहता ने कहा कि पी एम विश्वकर्मा योजना समाज के अंतिम व्यक्ति के लिए कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की राह प्रशस्त करने वाली योजना है।
वरिष्ठ साक्षरताकर्मी एवं बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर के उपाध्यक्ष अविनाश भार्गव ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जो भी काम सीखें उसे एकदम पक्का पक्का सीखो और बाजार की मांग के अनुसार उसमें नया काम जोड़ते जाएं।
संस्थान के निदेशक ओम प्रकाश सुथार ने बताया कि संस्थान द्वारा पी एम विश्वकर्मा योजना के तहत प्रथम लक्ष्य के तहत बारबर, टेलर, कारपेंटर और ट्रेडिशनल मालाकार के बैच संचालित किए जाएंगे। फिर अन्य ट्रेड में भी प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।
संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने कहा आगंतुकों का स्वागत करते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुशासनों पर संभागियों की समझ विकसित की।
सहायक कार्यक्रम अधिकारी तलत रियाज एवं उमाशंकर आचार्य ने बायोमैट्रिक उपस्थिति एवं अन्य तकनीकी जानकारियों पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षिका खुश्बु सोलंकी ने पाठ््यक्रम में शामिल विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी।



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