18वीं झंवरलाल व्यास 'रंगीला' स्मृति शतरंज प्रतियोगिता शुरू
पहले दिन संयुक्त बढ़त पर रहे शातिर, साहित्यकार कमल रंगा और डॉ.कुमार गणेश ने मोहरे चला की शुरुआत
बीकानेर, 28 दिसंबर। खेल लेखक और समीक्षक झंवरलाल व्यास 'रंगीला' की स्मृति में आयोजित हो रही रंगीला स्मृति 18वीं जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में शातिर संयुक्त बढ़त पर रहे।
प्रतियोगिता संयोजक एड. जुगलकिशोर व्यास ने बताया कि पहले दिन का खेल समाप्त होने तक सब जूनियर वर्ग में अमित जाखड़, हिमांशु ओझा, भाविक दम्माणी, माधव जोशी, हर्षित यादव और मानवेंद्र सिंह तीन तीन अंकों के साथ संयुक्त बढ़त पर रहे। जूनियर वर्ग में आशीष स्वामी और रविकांत मारू ने पहले दिन के तीनों मुकाबले जीत संयुक्त बढ़त बनाई। इसी प्रकार सीनियर वर्ग में 9 शातिर दो-दो अंकों के साथ संयुक्त बढ़त पर रहे। इनमें भानू आचार्य, आकाश स्वामी, रामकिशन चौधरी, बीएल प्रजापत, आदित्य नैन, वैभव डूडेजा, विकास ठाकुर, मयंक खत्री और अंशुमान टाक शामिल हैं। इसी प्रकार महिला वर्ग में अन्वेषा व्यास, तनीषा पुरोहित, अवंतिका जोशी, यशस्वी चौहान और इति हर्ष ने तीन तीन अंकों के साथ संयुक्त बढ़त बनाई। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन के मुकाबले प्रातः 10 बजे से खेले जाएंगे। प्रतियोगिता में आर्बिटर की भूमिका डीपी छींपा, भानू आचार्य, शुभम पुरोहित, रंजन उपाध्याय और उषा उपाध्याय निभा रहे हैं।
इससे पहले वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा और प्रसिद्ध अंक-अंग ज्योतिषी डॉ. कुमार गणेश ने मोहरे चलकर प्रतियोगिता की विधिवत शुरुआत की। उन्होंने झंवरलाल व्यास 'रंगीला' के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की। रंगा के कहा कि बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए शतरंज जैसे खेल अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी के अवकाश के दौरान बच्चों के लिए शतरंज प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएं। डॉ. कुमार गणेश ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि करती हैं। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक बच्चों को चेस से जोड़ने के प्रयास हों। रंगीला फाउंडेशन के अध्यक्ष एड. बसंत आचार्य ने संस्था की गतिविधियों के बारे में बताया। संरक्षक दुर्गा शंकर आचार्य ने आभार जताया। इस दौरान अनिल बोड़ा, वीरेंद्र जोशी, मधु सूदन व्यास, विनीत व्यास, केशव आचार्य, अनंत नारायण व्यास आदि मौजूद रहे।