मंच, मस्ती और मिस फेयरवेल: जब छात्राओं ने कहा अलविदा

बीकानेर, 23 मई। राजकीय महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में आज का दिन  रंगों, संगीत, नृत्य और आत्मविश्वास से भी भरपूर था। यह दिन था महाविद्यालय की अंतिम वर्ष की छात्राओं को विदाई देने का, जहां जूनियर छात्राओं ने अपनी सीनियर बहनों को यादगार पल भेंट करने के लिए एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया।



सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजे इस समारोह में नृत्य, खेल और रैंप वॉक जैसी गतिविधियों ने माहौल को जीवंत कर दिया। छात्राओं की प्रस्तुतियों ने यह जता दिया कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं, बल्कि आत्म-प्रकाशन और आत्मविश्वास का माध्यम भी है। नृत्य प्रतियोगिता में चंचल, लावण्या, पूनम, कुमकुम, इशिता और नंदिता ने अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस समारोह की शान रही "मिस फेयरवेल" प्रतियोगिता, जिसे पूर्व छात्रा महक कसेरा ने निर्णायक के रूप में आंका। कॉस्ट्यूम डिजाइन विभाग की विदुषी डागा को मिस फेयरवेल का खिताब मिला। इलेक्ट्रॉनिक्स की दिव्य को "मिस कॉन्फिडेंस" और टेक्सटाइल डिजाइन विभाग की नंदिता पारीक को "मिस पर्सनैलिटी" का खिताब दिया गया। इन खिताबों के पीछे केवल सुंदरता नहीं, बल्कि प्रतिभा, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व की परख थी।



महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती दीप्ति कश्यप ने अपने उद्बोधन में छात्राओं को मेहनत, लगन और आत्मनिर्भरता की राह पर निरंतर बढ़ते रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने छात्राओं को संस्था से जुड़े रहने का आग्रह करते हुए यह विश्वास भी जताया कि यह संस्थान हमेशा उनकी प्रगति की राह में साथ रहेगा। छात्र शाखा प्रभारी श्रीमती नीलम राजपुरोहित ने भी कार्यक्रम की सराहना करते हुए सभी छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने वालों में विभागाध्यक्ष व फैकल्टी सदस्य – श्रीमती वंदना खट्टर, श्री अरुण बाकोलिया, भूमिका परमार, सुशीला बाटन, मंजू सुथार, सुमन शर्मा, सुशीला चौधरी, रक्षित गुप्ता और वीरेंद्र प्रताप जैसे शिक्षकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। मीडिया प्रभारी डॉ. उमाकांत व्यास ने जानकारी दी कि पूरे आयोजन की परिकल्पना और प्रस्तुति जूनियर छात्राओं ने मिलकर की थी, जिसमें सभी ने पूरे उत्साह से भाग लिया।



कार्यक्रम का मंच संचालन भूमिका सेवड़ा और प्रार्थना बोहरा ने कुशलतापूर्वक किया, जिन्होंने न केवल संचालन किया बल्कि पूरे कार्यक्रम को भावनात्मक और जीवंत स्पर्श भी दिया। यह समारोह सिर्फ एक विदाई नहीं था, बल्कि यह उन सपनों और विश्वास का उत्सव था जो इन बेटियों के साथ अब उड़ान भरने को तैयार हैं।


Stage, Fun and Miss Farewell: When the students said goodbye