बीकानेर 15 जून। महाराणा प्रताप जयंती पर काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें अनेक लेखकों, कवियों, साहित्यकारों व प्रबुद्ध जनों ने महाराणा प्रताप को एकता के सूत्रधार, स्वतंत्रता आंदोलन के प्रणेता बताते हुए सिंचाई के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की। प्रो.घनश्याम आत्रेय ने महाराणा को स्वतंत्रता की ज्योति बताया। सरदार अली पडि़हार ने प्रताप को स्वतंत्रता व भाईचारे के मिशन का अग्रदूत कहा। डॉ. कृष्णलाल विश्नोई ने कविता- आ धरती है मेवाड़ी तथा देव शर्मा ने कविता- वो मेवाड़ी राणा हो, वो उगतो भान हो। सोहनसिंह भदौरिया ने- महाराणा प्रताप का चमत्कारिक व्यक्तित्व व...
News: Bikaner News