राजस्थान दिवस पर व्याख्यान से रेखांकित किए जाएंगे छात्रसंघ के कार्यों को आजादी में महत्व

राजस्थान दिवस पर राजस्थान राज्य अभिलेखागार बीकानेर में होगा सुनने लायक व्याख्यान, ऑनलाइन प्रदर्शनी से पता चलेगा हमारे छात्रों का योगदान

बीकानेर। राजस्थान की स्थापना की हीरक जयंती को राजस्थान राज्य अभिलेखागार बीकानेर विशिष्ट अंदाज में मनाएगा। 30 मार्च को राजस्थान दिवस के मौके पर अभिलेखागार की अधिकृत वेबसाइट पर ऑनलाइन अभिलेख प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी का विषय 'स्वदेश स्वतंत्रता व युवा सिपाही रखा गया है। इस प्रदर्शनी में सशक्त दस्तावेजों के माध्यम से स्वतंत्रता पूर्व के बीकानेर राज्य छात्रसंघ के कार्यों को रेखांकित किया जाएगा। इसी परिसर में 'राजस्थान के एकीकरण में जनचेतना के स्वर' विषय पर व्याख्यान भी रखा जाएगा। शाम पांच बजे आयोजित होनी वाले इस कार्यक्रम में भारतीय विद्यापीठ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राजशेखर पुरोहित उपरोक्त विषय पर व्याख्यान देंगे। इसके माध्यम से राजस्थान के एकीकरण में बीकानेर रियासत के योगदान को रेखांकित किया जाएगा।

अभिलेखागार के निदेशक डॉ नितिन गोयल ने बताया कि राजस्थान दिवस का हर राजस्थानी के लिए विशेष महत्व है। राजस्थान को ब्रिटिश हुकुमत में राजपूताना नाम से जाना जाता था। उन्होंने बताया कि अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर व बीकानेर की रियासतों को सात चरणों में एकीकृत कर 30 मार्च 1949 को अंतिम रूप दिया गया था। इसी शुभ दिवस को प्रतिवर्ष राजस्थान दिवस के रूप में मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि बीकानेर की गर्वनमेंट प्रेस रोड़ पर राजस्थान राज्य अभिलेखागार स्थित है।

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