सात सहेलियों रो झूलणों, गवरल गई रे तलाव राठौर . . .

 

मुरलीधर काॅलोनी में गणगौर सामुहिक गीतमाला का आयोजन


बीकानेर, 20 अप्रैल। मुरलीधर व्यास नगर स्थित सीता वाटिका में ‘धींगा गवर’ का गणगौर सामुहिक गीतमाला का आयोजन किया गया।



गणगौर गीतमाला कार्यक्रम की संयोजक एड ममता कल्ला ने बताया कि शादीशुदा महिलाऐं चेैत्र की शुक्ल पक्ष की तीज से प्रातः अवसर पर ‘धींगा गवर’ का 15 दिवसीय नियमित पूजन अर्चन करती है धींगा गवर के चमत्कारों की विशेष सन्दर्भ कहानियाँ का वाचन करती है तथा दिन मे घर- परिवार, मौहल्ले व समाज की महिलाएं बड़ी संख्या में सामुहिक रूप से गणगौर गाथा के गीतों का गायन करती है और अपने परिवार समाज के लिए गणगौर स्वरूपा माँ पार्वती के आगे मनोकामनाऐं रखती है।

सीता वाटिका मे चन्द्रकला आचार्य द्वारा आमंत्रित महिलाओं ने आज तीन घंटे का विशेष गीतमाला का आयोजन किया और पुराने तथा नये पैरोडिक गीतों से गणगौर गीत गाकर आनन्द विभोर होकर मुरलीधर काॅलोनी को गुंजायमान कर दिया।

शिक्षिकाएं रेखा पुरोहित व रितु भादाणी द्वारा गवरल स्वागत गीत खेळण दो गणगौर, गढा मारूं  म्हाने पूजण दो गणगौर से जहां आयोजन की शुरूआत हुई वहीं विजयलक्ष्मी हर्ष व शकुंतला आचार्य द्वारा गाये गीत गवरल, ईशर हठीलो आयो बाग में . . . ने सबकों झूमने के लिये मजबूर कर दिया वहीं इंद्रा व्यास व एड विमला जोशी, मोनिका आचार्य व इंद्रा व्यास द्वारा गाये गीत चाँद गवरजा भलो ऐ नादान गवरजा, रत्नों रा खम्बा दूर सूं . . . व ईंट तपे, चकले तपे, लू लारियों . . .  ने आस्थावान महिलाओं का खूब मनोरंजन किया। एड रेखा जोशी, बिन्दु आचार्य, एड रेखा आचार्य द्वारा सात सहेलियों रो झूलणों, गवरल गई रे तलाव राठौर . . .गाये गणगौर की महिमा गीत ने सबको भाव विभोर कर दिया। 

गणगौर गीतमाला में मंजू व्यास, माया हर्ष, बेबी पुरोहित, भारती आचार्य, राज राजेश्वरी, व्यास ईशर जी ने ढोला जयपुर जाइजो जी . . .  पर सभी महिलाओं ने कोरस पर संगत की वहीं खूशबू आचार्य, अभिलाषा सोलंकी,  शिवानी रंगा, मिता व्यास, वर्षा द्वारा भी गीत प्रस्तुतियाँ दी। गीतमाला उपरांत सायं 5 बजे सामुहिक ईशर, भाया  गणगौर परिवार की सामुहिक महा आरती की गई।

गणगौर गीतमाला ढोलक पर बेबी पुरोहित ने संगत की वही पियानों पर नव प्रशिक्षु रणविजय आचार्य, दिव्यांशु व शिवांश ने संगत की।


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