बीकानेर, 11मई। किसी भी सभ्य और विकसित समाज की नींव उस समाज के व्यक्तियों में निहित संस्कारों पर टिकी होती है ।
भारत राष्ट्र का विनाश करना है तो उसके आने वाली पीढियों में वैदिक संस्कार रूपी खाद का प्रवाह रोक देना चाहिए" मैकाले वाली इस मानसिकता के लोगों ने हमें संस्कारविहीन करने का खूब प्रयास किया । लेकिन बीकानेर मैं यह दमन चक्र नहीं चल सका । हमारे पूर्वजों के वेद विद्या अध्ययन - अध्यापन के दम पर ही बीकानेर को छोटी काशी कहा जाता है । इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए आचार्य महानंद वैदिक यज्ञ समिति द्वारा कर्मकांड भास्कर पंडित नथमल जी पुरोहित "गुरुजी" के सानिध्य में आचार्य महानंद वेद पाठशाला का शुभारंभ किया जा रहा है । सोमवार को शुभ मुहूर्त में सुबह 11:15 बजे आचार्य चौक पुस्तकालय में संध्या , रुद्राष्टाध्याय एवं दुर्गा सप्तशती अध्यापन शुरू किया जाएगा । कामकाज की व्यस्तता को देखते हुए प्रतिदिन अध्ययन का समय शाम 6:30 से रखा गया है । नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है । समिति के सदस्य शिव कुमार आचार्य , दाऊ लाल कल्ला, रविंद्र आचार्य , रोहित आचार्य , किशन पुरोहित , विजय आचार्य , भवानी आचार्य , मनोज आचार्य एवं पवन जोशी नामांकन बढ़ाने हेतु घर-घर संपर्क अभियान चला रहे हैं । पाठशाला में आने वाले चिन्हित सज्जनों एवं विद्यार्थियों को कालांतर में ज्योतिष शास्त्र का अध्ययन भी करवाया जाएगा ।
Tags:
vaidik training