एडिटर एसोसिएशन आॅफ न्यूज पोर्टल एसोसिएशन व धनलक्ष्मी सिक्योरिटीज के तत्वाधान में होटल वृंदावन में आयोजित हुई केन्द्रीय वित्त बजट परिचर्चा
बीकानेर, 25 जुलाई । न्यूज पोर्टल एडिटर एसोसिएशन और धनलक्ष्मी सिक्योरिटीज की ओर से होटल वृंदावन रीजेंसी में केंद्रीय बजट घोषणा के बाद परिचर्चा आयोजित हुई।
बजट पर परिचर्चा हेतु आमंत्रित अतिथि पूर्व महापौर व पूर्व अध्यक्ष यूआईटी मकसूद अहमद, कृषि तथा वायदा उद्योग विशेषज्ञा पुखराज चोपड़ा, स्वामी केशवानंद यूनिवर्सिटी की एग्री बिजनस काॅलेज डीन विमला डुकवाल, आईसीएआर इन्स्टीट्यूट के अध्यक्ष सीए जसवंत बैद, लघु उद्योग भारती के सरंक्षक सुभाष मित्तल, उपाध्यक्ष राजेश गोयल, राजस्थान वूलन इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष कमल कल्ला, भाजपा जिला महामंत्री मोहन सुराणा, डिस्ट्रिक्ट माइंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश चूरा, एमएस काॅलेज के पूर्व प्राचार्य शिशिर शर्मा, जैन काॅलेज के पूर्व व्याख्याता डाॅ अजय जोशी व पूर्व व्याख्याता नृर्सिंह बिनानी, बुल पावर एनर्जी के निदेशक शरद आचार्य व दिनेश विश्नोई, मोतीलाल ओसवाल के प्रांतीय हेड मोहित जोशी, युवा शक्ति के रूप में जोशी, प्रायोजक धनलक्ष्मी सिक्योरिटीज के गोपाल अग्रवाल, उज्जवल गोलछा, दिव्यांक बांठिया ने केन्द्रीय वित्त बजट के साथ बीकानेर के विकास को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
आमंत्रित वक्ताओं ने मोदी सरकार 3.0 के पहले पूर्ण वित्त बजट पर खुलकर अपनी राय रखी । युवाओं को भुगतान सहित इंटर्नशिप को स्वागत योग्य बताया तो इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष और गौर करने की जरूरत बताई। उद्यमियों के सम्मानजनक रिटायरमेंट स्कीम की भी आवश्यकता बताई वही कृषि हेतु पानी, पशुपालन हेतु चारागाह, ड्राइपोर्ट, रेलवे फाटक, गैस पाइप लाइन जैसी समस्याओं पर बेबाक राय रखी।
वक्ताओं ने बजट पर प्रतिक्रिया देने के साथ बीकानेर के सर्वांगीण विकास हेतु बारंबार आवश्यकताओं पर बाल देते रहे।
कार्यक्रम का संयोजन पत्रकार राजेश रतन व्यास, राजीव जोशी, योगेश खत्री, राहुल मारवाह, राम रतन मोदी, एसोसिएशन के सचिव विनय थानवी व आनंद आचार्य ने किया। आयोजन के दौरान पत्रकार अजीज भुट्टा, डाॅ मुदीता पोपली, इंजी साहिल पठान, के कुमार आहूजा, संग्राम सिंह, यतींद्र चढ्ढा, अजय त्यागी, दिलीप के गुप्ता, प्रमोद कुमार मोदी, दाऊ लाल कल्ला, इनफ्लुएंसर राहुल गहलोत ने कार्यक्रम की लाइव कवरेज की।
वेब / डिजीटल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर कार्य कर रहे पत्रकारों के संगठन अपने रामनवमी से अपने उ्दभव समय से ही लगातार संगठनात्मक दृष्टिकोण से पत्रकारों को एकजुट करने, उनके बीच विभिन्न विषयों को लेकर आधारभूत व तथ्या ज्ञाान, वैचारिक उन्नयन के साथ, विकासोन्मुखी विचारधारा के साथ कार्य करने का एक बेहतरीन प्लेटफाॅम दे रहा है। समाज मे चल रही असमानताओं, राजनैतिक प्रशासनिक विषयों की तथ्यपरक रिपोर्टिगं के साथ विकास का भागीदार बनने की दिशा मे पत्रकार काम कर सके इसके लिये संगठन विशेष रूप से सक्रिय है और लगातार विभिनन विषयों को लेकर समाज के हर तबके से इंटरेक्शन कर रहा है।
वर्तमान में संगठन की सदस्यता के रूप में 30 से अधिक मीडिया हाऊस के 40 पत्रकारों ने इसकी सदस्यता ले रखी है और सभी के विचार विमर्श आम बैठकों में आदान प्रदान होते है तथा आवश्यकता होने पर बीकानेर के अन्य अनुभवी पत्रकारों को भी आमंत्रित कर उनके साथ विचार विमर्श करे पत्रकारिता व पत्रकार को मजबूत करने के प्रति गतिविधियां की जाती है।
संगठन द्वारा अभी साझा रूप से प्रशासन के आला अधिकारियों व राजनेताओं के साथ वार्ताएं, राजकीय संस्थाओं, कार्यालयों का सामुहिक भम्रण, विषय उन्नयन संगोष्ठियां, एजुकेशनल काॅन्क्लेव, बजट परिचर्चा सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर चुका है।
शिक्षा, चिकित्सा, व्यवसाय, पेशेवर, धार्मिक व सामाजिक गतिविधियों मे अग्रणी लोगों से मिलकर बीकानेर के विकास को लेकर भी सकारात्मक वार्ताऐं तथा आयोजन को सांझा तरीके से कर रहा है।
एसोसिएशन के सभी सदस्य ‘एक सबके लिए, सब एक के लिए’ के मूल मंत्र के साथ आगे बढ़कर कार्य करते है।
बहुविषय समाहित करने वाले मीडिया संस्थान को संचालित करने में अत्यधिक संसाधन, वृहत्त संपर्क तथा आवश्यक अर्थ पुर्ति एक चैलेंज होता है जो कई बार कमजोरी का कारण बन जाता है लेकिन संगठन से जुड़े हर व्यक्ति ने इस कमजोरी को ताकत बना लिया है। एक दुसरे के पारस्परिक सहयोग, तेरे मेरे से ऊपर उठकर एक दुसरे की मदद करते है, कार्य करने की सहजता उपलब्ध करवाते है और एकजुट होकर विषये को उठाते है। जिससे किसी भी सूचना को ना केवल बीकानेर में वरन देश के विभिन्न कोनो में गूुज उठने लगती है।
कल के अंक मे प्रकाशित होंगें वक्ताओं के कथन
केन्द्र वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 7वीं बार पेश कीये गये वित्त बजट 2024 की बिन्दुवार घोषणा पर एडिटर एसोसिएशन आॅफ न्यूज पोर्टल्स बीकानेर तथा धनलक्ष्मी सिक्योरिटीज की ओर से आयोजित परिचर्चा में बीकानेर के विश्ेषज्ञा लोगों ने बजट अध्ययन के पश्चात अपने विचार साझा किये।
बीकानेर के राजनीतिज्ञाों ने बजट को सराहा भी लेकिन राजस्थान और बीकानेर के लिये किसी भी विशेष योजना का प्रावधान नही होने की टीस भी उभरकर सामने आई।
सभी वक्ताओं के कथन लिपिबद्ध करते हुए शुक्रवार, 26 जुलाई 2024 के अंक में आप सभी सुधि पाठकों तक पहुंचाये जायेगे।
वक्ताओं ने कहा ‘बीकानेर का आम जन जुड़े समस्यओं की सुलझाने के लिए’
विषयावार संगोष्ठीयों, परिचर्चाओं और एक्शन प्लान से जुड़े जनता जनार्दन
बजट परिचर्चा मे एक तथ्य जो खुलकर सामने आया कि बीकानेर की रेल फाटक की समस्या विकराल रूप ले चुकी है, 5 लाख से ऊपर की आबादी नित नियमित इसी रेल फाटक के बन्द होने की समस्या से जूझती है लेकिन आश्चर्य है कि यह गंभीर विषय नेताओं, एक्टिविस्ट के आस पास ही गूंज रहा है, जन मानस अभी रेल्वे फाटक बन्द रहने तक तो परेशानी समझता हे लेकिन जैसे ही फाटक खुलता है तो वह सभी तकलीफों को भूलकर आगे बढ़ जाता है और इस समस्या को फिर अगले दिन महससू करता है लेकिन आम जन इसके लिए किसी भी आंदोलन गतिविधियों मे हिस्सा लेते हुए दिखाई नही देता और इस तकलीफ का असर व्यापक स्तर पर नीति निर्धारक मंत्रियों, जिम्मेवार अधिकारियों तक नही पहंुंच पाता है जिससे बीकानेर पिछले 40 वर्षो से इस मुद्दे को केवल अखबारों की सुर्खियों, संगोष्ठियों, परिचर्चाओं और नेताओं के बयानों तक सीमित नजर आ रहा है।
बहुत से एक्टिविस्ट इस पर प्रयास कर चुके है लेकिन पक्ष विपक्ष के नेताओं की फुटबाॅल बना हुआ है।
बीकानेर के विकास के सभी मुद्दों पर सभी जागरूक पक्षों के साथ जनता जर्नादन को एक जाजम पर आना होगा।