सम्मान समारोह में खिला आत्मगौरव, दिव्यांगजनों के हौंसले को मिला मंच

बीकानेर, 17 जून। बीकानेर जिला उद्योग केंद्र परिसर में समदृष्टि, क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम), बीकानेर तथा एस एनलिटिक्स प्राइवेट लिमिटेड के स्थापना दिवस के अवसर पर एक गरिमामय मातृ-पितृ वंदन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन भारतीय संस्कृति की मूल भावना, सामाजिक समरसता और समावेशी नवाचार को समर्पित रहा। कार्यक्रम में शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले दिव्यांग छात्र-छात्राओं और अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर श्रेष्ठ खेल प्रदर्शन करने वाले दिव्यांग खिलाड़ियों को विशेष सम्मान प्रदान किया गया। इस सम्मान के माध्यम से उनके उत्साहवर्धन के साथ-साथ समाज में समान अवसर और समावेशी विकास का संदेश भी दिया गया।


कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए टेकचंद बरडिया ने बताया कि “सक्षम” एक राष्ट्रीय संगठन है जो दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण हेतु कार्य कर रहा है। वर्ष 2008 में नागपुर से शुरू हुआ यह संगठन आज देश के 400 से अधिक जिलों में सक्रिय है। बरडिया ने कहा कि विकलांगता को कमजोरी नहीं, बल्कि प्रकृति की विविधता मानते हुए दिव्यांगों को आत्मसम्मान और गरिमा के साथ समाज की मुख्यधारा से जोड़ना ही सक्षम का उद्देश्य है। राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर ने बताया कि सक्षम सभी सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक क्षेत्रों में दिव्यांगों की पूर्ण सहभागिता के लिए कार्यरत है। उन्होंने रामदेवरा मेले में नेत्र कुंभ आयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि वहाँ आँखों की जाँच, चश्मों का निःशुल्क वितरण और आवश्यकता अनुसार ऑपरेशन जैसी सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।



सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने दिव्यांगजनों को उपलब्ध सरकारी सुविधाओं की जानकारी दी, वहीं जिलाध्यक्ष डॉ. जे पी कछावा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के सहयोग से बीकानेर में पुनर्वास विभाग के अंतर्गत दिव्यांग सेवा केंद्र स्थापित किया गया है, जहाँ यूआईडी कार्ड पंजीकरण, दिव्यांग प्रमाण पत्र, छात्रवृत्ति, सरकारी योजनाओं में आवेदन तथा नौकरी संबंधी सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है। श्री मेघराज बोथरा ने कहा कि सक्षम न केवल दिव्यांगजनों के लिए, बल्कि उनके हित में कार्य करने वालों को भी मंच देता है, जिससे समावेशी विकास की दिशा में ठोस प्रयास संभव हो सके।

कार्यक्रम में नीरज शर्मा, अमित साध, अरविंद बिट्टू, विश्वकांत साध, विशाल गौड़, सीताराम शर्मा, अंगद विश्नोई, और दिग्विजय सिंह सहित अनेक गणमान्य नागरिक, समाजसेवी और संस्थाओं के प्रतिनिधियों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। 

"Self-esteem blossomed in the felicitation ceremony, the courage of the disabled people got a platform"