इनकी सुनो... ये है राज्य के चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़, कह रहे है कि निजी चिकित्सालयों में सेवा भाव खत्म हो चला है व्यवसाय पर फोकस है इसलिए clinical establishment act लागू करने का नीतिगत फैसला कर लिया गया है । आरोग्यम राजस्थान के जरिए आम आदमी के स्वास्थय की कुण्डली को भामाशाह कार्ड से जोड़ने की योजना भी है ...सपने खूब दिखा रहे है हमने पुछा कि क्या मुफ़्त दवा मिल रही है ..ना नुकुर के बाद मान लिया कि डिमांड सप्लाई के चलते परेशानी है ..हमने कहा कि कहा आपकी नेता ने चुनावों से पहले महिलाओं के हाथ खड़े करवा करवा कर पुछा था कि क्या महिला डॉक्टर है नहीं के जवाब पर तालियां भी खूब बजी थी ...इस पर भी मान गए कि कुछ कमी है ..तो आप मंत्री जी को काम के ना सही साफगोई के नम्बर तो बनते है .
सटीक और सारगर्भित पत्रकारिता के युवा चेहरे श्री लक्ष्मणराघव (ईटीवी बीकानेर ब्युरों चीफ) की कलम से