जयपुर, के. सी. मालू अन्तर्राष्ट्रीय लोक गायन सम्मान एवं पुरस्कार इस वर्ष छत्तीसगढ़ की लोक गायिका ममता आहार को दिया गया है। यह पुरस्कार गत 15 जून को लन्दन में आयोजित तीसरे अन्तर्राष्ट्रीय साहित्य एवं संस्कृति सम्मेलन में प्रदान किया गया।
वीणा संस्थान के प्रबंध निदेषक हेमजीत मालू ने पुरस्कार के रुप में एक सौ पोंड की नकद राषि, प्रषस्ती पत्र एवं शाल भेंट किया। समारोह की अध्यक्षता राजस्थान के पूर्व सूचना एवं जनसंपर्क निदेषक ने की।
उल्लेखनीय हैं कि लोक संगीत और लोक गायन को प्रोत्साहन देने के उ६ेष्य से वीणा संस्थान जयपुर द्वारा के. सी. मालू अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार की स्थापना की गई है। प्रतिवर्ष दिये जाने वाले पुरस्कार की शृंखला में गतवर्ष यह पुरस्कार देहरादून की लोक गायिका ममता सिंह को कम्बोदिया में आयोजित सम्मेलन में दिया गया। पुरस्कार राषि विदेषी मुद्रा में दी जाती है।
इस वर्ष लन्दन के हिल्टन क्रायडन होटल के विवेकानन्द सभागार में आयोजित समारोह में दिया गया। समारोह में लन्दन स्थित भारत के उच्चायोग के मंत्री समन्वय, अनेक प्रवासी भारतीय और भारत से गए प्रतिनिधि मंडल के सदस्य उपस्थ्ति थे। समारोह में हेमजीत मालू ने जानकारी देते हुए बताया कि ममता आहार छत्तीसगढ की ख्याति प्राप्त लोक गायिका हैं और उन्हें नृत्य नाटिकाओं के मंचन में भी महारत हासिल है। उनके द्वारा मंचित ‘मीरा‘ नृत्य नाटिका के देष-विदेष में अनेक प्रदर्षन हो चुके है।
लन्दन के हिल्टन क्रायडन होटल के विवेकानन्द सभागार में 15 जून को आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ की लोक गायिका ममता आहार को के. सी. मालू अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया। चित्र में ंबायें से डाॅ. अमरसिंह राठौड़, हेमजीत मालू, ममता आहार, विष्वहिन्दी परिषद के अध्यक्ष आषिष कंधवे।