बीकानेर, 30 अगस्त। राजस्थान मदरसा बोर्ड की अध्यक्ष मेहरूनिशा टाक ने कहा कि प्रदेश में मदरसाें का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। बच्चों की दीनी तालीम के साथ-साथ दुनियावी तालीम पर जोर दिया गया है ताकि बच्चे मुख्यधारा से जुड़ सकें।
नगर विकास न्यास में बुधवार को आयोजित अनौपचारिक बैठक में बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना के तहत गत सत्र में प्रदेश में 1 करोड़ 50 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिनमें से 3 हजार से अधिक बच्चों को विभिन्न अस्पतालों में उपचार करवाने के लिए रैफर किया गया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण में 30 बच्चों के दिल में छेद पाया गया,जिनका र्फोर्टिस व नारायणा अस्पताल में निःशुल्क उपचार करवाया गया। उन्होंने बताया कि राज्य में पहली बार सभी मदरसाें से परीक्षा परिणाम मंगवा कर, शिक्षा के स्तर की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली गई। गत वर्षों की तुलना में मदरसा में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों के परीक्षा परिणाम में सुधार हुआ है।
मेहरूनिशा टाक ने बताया कि किराये के भवन में चल रहे मदरसों को जनसहभागिता योजना का लाभ नहीं मिलेगा। स्वयं की भूमिधारक मदरसों को भामाशाह द्वारा 40 प्रतिशत राशि उपलब्ध करवाने जाने पर 60 प्रतिशत राशि राज्य सरकार उपलब्ध करायेगी। एक सत्र में यह राशि 10 लाख रूपये तक मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि विशेष स्थिति में चैयरमैन की अनुशंसा पर यह राशि बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने मदरसों में सुविधाएं विस्तार की जानकारी दी और बताया कि 23 करोड़ के फर्नीचर की खरीद प्रक्रियाधीन है। फर्नीचर उपलब्ध होने के बाद बच्चों को अध्ययन करने में आसानी रहेगी। उन्होंने बताया कि मदरसों में ग्रीन राइटिंग बोर्ड, टीचिंग लर्निंग मेटेरियल भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस अवसर पर मदरसा बोर्ड के सदस्य युनूस चौबदार भी उपस्थित थे।
टाक का स्वागत- राजस्थान मदरसा बोर्ड की अध्यक्ष मेहरूनिशा टाक का नगर विकास न्यास पहुंचने पर न्यास अध्यक्ष महावीर रांका ने स्वागत किया और राजस्थान में मदरसों में उपलब्ध संसाधानों पर चर्चा की। रांका ने पण्डित दीनदयाल उपाध्याय पर लिखी पुस्तक टाक को भेंट की। इस अवसर पर राजस्थान मदरसा बोर्ड के प्रदेश सदस्य आदिल जोईया, मदरसा बोर्ड शहर सह संयोजक अनवर अजमेरी तथा 15 सूत्री कार्यक्रम के सदस्य अयूब कायमखानी, सुरेन्द्र सिंह शेखावत़,जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद सलीम पड़िहार सहित न्यास अधिकारी उपस्थित थे।