भक्ति प्रश्नोत्तरी से हुई वल्लभ शाॅपिंग माॅल मे खरीददारी

 भक्ति प्रश्नोत्तरी से हुई वल्लभ शाॅपिंग माॅल मे खरीददारी

जैन धर्म से जुड़े प्रश्नों के सही उत्तर पर भौतिक वस्तुएं प्राप्त करने का अवसर



सुबह ठीक 9 बजे आज जब श्रावक श्राविकाएं पौषधशाला में प्रविष्ट हुए तो गुरु के मंच के स्थान पर एक बड़ा सा शाॅपिंग माॅल का नजारा था, और साइन बोर्ड भी वल्लभ शाॅपिंग माॅल का लगा हुवा था, माॅल के अंदर अलग अलग काॅर्नर बने थे जिनमें चांदी के सामान का काउंटर, मेन्स वियर, वूमेंस वियर, बैग्स, साड़ी, जनरल गुड्स, तांबा स्टील, खाद्य सामग्री, गृह गृहस्थी मे दैनिक उपयोग के  उत्पादों के काउंटर सजे हुवे थे और सभी काउंटर पर सहयोग के लिए सेल्स एक्जीक्यूटिव सेवा के लिए खड़े थे, सभी उत्पादों पर बार कोड की जगह एक विशिष्ट नंबर अंकित था।

दृश्य 2 ठीक 10 बजे 

सैकड़ो महिला पुरूषों से भरे हाॅल मे एक प्रश्न गूंजा प्रभु महावीर के भाई का नाम क्या था ? जिससे सवाल पूछा वो उत्तर दे नही पाई और फिर नंबर आया समूह मे किसी नए व्यक्ति और उत्तर गूंजा नंदिवर्धन, इस धार्मिक प्रश्न पर प्राप्त उत्तर की मुनि श्राुतानद ने अनुमोदना की तो सेल्स एक्जीक्यूटिव ने निर्धारित सामान चांदी की पायल उत्तर देने वाले को सही उत्तर देने के एवज में पुरस्कृृत कर दी।



कार्यक्रम आगे बढ़ते हुए एक अन्य भाग्यशाली श्राावक को पूछा की भाद्रपद महीने में परमपवित्र त्योंहार कौनसा आता है तो सही उत्तर दिया,   लोगस सूत्र के अक्षर कितने ? तो श्रावक राहुल कोचर ने तपाक से जवाब दिया 256, और उन्होंने अपने पसंद का गिलास सेट खरीद लिया। पांच व्रती में प्रथम व्रत का क्या नाम था ?  आदि आदि । 

धार्मिक माॅल मे कैसे हुई खरीददारी

जैन धर्म से जुड़ी तथ्य ज्ञान की एक पुस्तिका से प्रश्न पूछे गए, ये प्रश्न इंडेक्स नंबर पर थे, और ये नंबर माॅल में रखने सामान पर बार कोड के बदले में दिए गए थे, श्रावक श्राविक के आगमन पर   उसी नंबर का प्रश्न पूछा  गया ही उत्तर सही देने मूल्य पर वह अपना पसंदीदा सामान खरीद सकता था।

कोनसे भगवान छ बार ब्राह्मण बने थे ।



कहां से शाॅपिंग माॅल में यह सामान

माॅल में हजारों की मात्रा में सामान समाज की धर्म अनुरागी महिलाओं द्वारा ही दिया गया है। इसके लिए चातुर्मास के दौरान श्रुतानंद म सा ने श्रावक श्रावको धार्मिक ज्ञान बढाने का एक मनोरंजक आयोजन के बारे में बताया और इस माॅल हेतु सामान सभी द्वारा दिए जाने की अपील की तो बड़ी संख्या में समाज की महिलाओं ने अलग अलग सामान देकर धर्महित में अपना योगदान दिया।  


यह आइटम रहे माॅल में 

चांदी आइटम, पायल, बिछिचिया, लेडीज पर्स, साडिया, सूट, बच्चो के कपड़े, खिलौने, घड़ियां, स्टेशनरी, टिफिन, केतली, विभीन प्रकार के बड़े छोटे बर्तन, पानी, कुमकुम थाली, पूजा थाली सहित ढेरों  आइटम्स वल्लभ शाॅपिंग माॅल  में रखे थे।


भक्ति भाव से होगी शापिंग माॅल मे हुई उपहारों की बौछार

महाराज साहब ने बताया कि रांगड़ी चैक स्थित पौषधशाला मे रविवार 19 अगस्त को सुबह 9 बजे से वल्लभ शाॅपिंग माॅल लगाया गया जिसमे युवा पीढ़ी को धर्म और गुरु परम्परा से जोड़ने के श्रावक श्राविका को जैन धर्म से जुड़े सामान्य नियम कायदे, तथ्यों और ज्ञानवर्धक बातों के अनुसार धार्मिक प्रश्नों के सही जवाब देकर अपनी मन इच्छित वस्तुएं उपहार स्वरूप हालिस की। यह प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम दो घंटे से अधिक चला। इस शापिंग माॅल को स्थापित करने का लाभ रिखबचन्द शांतिलाल भंसाली द्वारा प्राप्त किया गया है। इस शाॅपिंग माॅल को डिजाइन प्रेक्षा संजय जैन, निकिता कोचर, बबलू  ने किया है।


आज के आयोजन में आत्मानंद जैन सभा के सुरेंद्र बद्धानी जैन ने आयोजन के बारे जानकारी देते हुए कहा धार्मिक ज्ञाान बढाने के लिए इस विशेष आयोजन किया। 


इस अवसर पर सूरज भवन में समाज के लोगो के लिए रिखबचंद शांतिलाल भंसाली परिवार द्वारा आज की प्रभावना तथा  स्वामी वत्सल  का आयोजन किया।

कार्यक्रम के दौरान सुरेन्द्र बद्धानी परिवार द्वारा पाश्र्वनाथा भगवान जन्मोत्सव पर झांकि मे दासी की भूमिका निभाने वाली श्रााविका को सोने की अंगूठी से पुरस्कृत किया व तथा अन्य प्रतिभागियों को आत्मानंद जैन सभा की ओर से भी विभिन्न उपहार भेंट किये गये।


चातुर्मास के  अवसर पर माणिक चांद शांतिलाल सेठिया, पुष्पादेवी देवी सुरेंद्र बधानी परिवार, भंवरलाल, सुंदरलाल, शांतिलाल देवेंद्र कोचर परिवार, विनोद देवी चांद कुमार कोचर परिवार सहभागिता निभा रहे है।

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